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प्रतिनिधि। 02 जून
गोंदिया। इन दिनों आग उगलती सूरज की तपिश ने इंसानों के साथ ही पशु और पक्षियों को भी प्रभावित कर दिया है। जंगलों में वनजंगल सुख जाने, पानी की उपलब्धता नही हो पाने से इसका असर पक्षियों को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है और वे मर रहे है।
गोंदिया जिले के वनविकास महामण्डल अंतर्गत आनेवाले वनक्षेत्र जांभड़ी में करीब 16 पक्षी एकसाथ एक ही जगह पर मृत पाए गए। ये पक्षी जंगल के प्राकृतिक जल निकायों के पास पाए गए। इनकी मौत हिटस्ट्रोक से हुई या विषबाधा से इसे लेकर संभ्रम बना हुआ है।
सारस संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था ‘सेवा’ की टीम ने कार्य के दौरान 12 ट्री पाई, एक शिकारी, एक यूरेशियन स्पैरो हॉक, एक व्हाइट थ्रोटेड वाला किंगफिशर, और एक सामान्य मैना अर्ध-शुष्क प्राकृतिक जल के पास मृत पाए गए। इन सभी मृत पक्षियों के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। हालांकि, उनके नमूनों का अध्ययन नहीं किया जा सका क्योंकि वे सड़ने की स्थिति में थे। मानद वन्यजीव रक्षक सावन बाहेकर ने कहा कि प्रारंभिक अवलोकन में मौत का कारण जहर या हीटस्ट्रोक हो सकता है।